राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भारतीय स्कूल शिक्षा प्रणाली को बदलने में सामुदायिक भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देती है। यह स्वीकार करता है कि शिक्षा केवल स्कूलों की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि शिक्षकों, अभिभावकों, स्थानीय अधिकारियों और बड़े पैमाने पर समुदाय का एक सामूहिक प्रयास है। इन हितधारकों की अधिक भागीदारी को बढ़ावा देकर, एनईपी 2020 एक समग्र और समावेशी सीखने के माहौल की कल्पना करता है।
एनईपी 2020 का एक प्रमुख उद्देश्य जीवंत स्कूल परिसरों का निर्माण करना है, जहां स्थानीय समुदाय स्कूलों के विकास और प्रबंधन में सक्रिय रूप से योगदान दे सकें। पीएम श्री केवी संतरागाछी में सामुदायिक ज्ञान और संसाधनों का लाभ उठाने, शिक्षा को अधिक स्थानीय रूप से प्रासंगिक बनाने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।